
समर्थ इतिहास-२१
अगस्त्य ये भारतीय संस्कृति के एक सर्वश्रेष्ठ द्रष्टा, सबसे श्रेष्ठ एवं ज्येष्ठ ऋषि थे और पवित्र समन्वय की नीति को अपनाकर भारतीय संस्कृति की गुणवत्ता और संख्याबल का विकास करनेवाले प्रथम एवं सर्वश्रेष्ठ धर्मप्रसारक थे।
अगस्त्य ये भारतीय संस्कृति के एक सर्वश्रेष्ठ द्रष्टा, सबसे श्रेष्ठ एवं ज्येष्ठ ऋषि थे और पवित्र समन्वय की नीति को अपनाकर भारतीय संस्कृति की गुणवत्ता और संख्याबल का विकास करनेवाले प्रथम एवं सर्वश्रेष्ठ धर्मप्रसारक थे।
अगस्त्य ऋषि के जीवन में उनके द्वारा दंडकारण्य में किया गया निवास यह एक विलक्षण खंड है। उस काल में दंडकारण्य में सुसंस्कृत एवं नीतिमान समाज का बड़े पैमाने पर बसेरा था।
अगस्त्य मुनि का नाम लेते ही कथा-कीर्तनों में से एक ही कथा मुख्य रूप से बतायी जाती है और भारत का बच्चा बच्चा तक इस कथा को जानता है। समुद्र का पानी खारा क्यों है?
लोपामुद्रा ये विदर्भ देश की राजकन्या थीं। ये दिखने में अत्यंत सुंदर, अप्सरा के समान और गुणों में भी अत्यंत पवित्र तथा मर्यादाशील थीं।
महर्षि अगस्त्य चिकित्साशास्त्र में भी अत्यंत निपुण थे और अनुसंधान करने की उनकी प्रवृत्ति के कारण अनेक अनुसंधान कर वे चिकित्साशास्त्र को प्रगतिपथ पर ले गये।
दक्षिण भारत में तामिळहम् प्रदेश के लोकमानस और राजमानस के सिंहासन पर ये अनभिषिक्त सम्राट (महर्षि अगस्त्य) राज करने लगे; लेकिन उनका साम्राज्य प्रेम का,