भक्तश्रेष्ठ जगन्नाथराव की कथा (भगवान के चरणों की महिमा) | 3rd July 2025
Aniruddha Bapu Pravachan
(Thursday 3rd July 2025)
भक्तश्रेष्ठ जगन्नाथराव की कथा (भगवान के चरणों की महिमा) | 3rd July 2025
सर्वसामान्य भक्तों के लिए प्रेरणादायी साबित होनेवाले श्रेष्ठभक्तों की कथाओं की मालिका में सद्गुरु अनिरुद्ध बापूजी ने, गुरुवार दि. ०३ जुलाई २०२५ को किये पितृवचन में एक कृष्णभक्त 'जगन्नाथराव' की कथा सुनाई।
भगवत्प्राप्ति के लिए श्रवण-भजन-कीर्तन आदि कोई भी 'साधन' किया, तो भी 'साध्य' एक ही होता है - 'भगवान के चरण'! यही बात इस कथा से सुंदर रूप में अधोरेखांकित होती है।
साथ ही, फिलहाल 'गुरुचरणमास' (वटपूर्णिमा से गुरुपूर्णिमा यह महीना) शुरू है, जिसमें कोई भी एक दिन निर्धारित कर, उस दिन १०८ बार 'हनुमानचलिसा' पठन करने का महत्त्व सद्गुरु बापूजी ने समझाकर बताया ही है। इस ३ जुलाई के पितृवचन के बाद बापूजी ने स्वयं 'हनुमानचलिसा' का पठन किया, जिसमें उनके साथ श्रद्धावान भी समरसता से सहभागी हुए थे।