सन् २००९ जुलाई की घटना है| एक दिन रात में सोते समय मेरी छाती की बायी ओर तीव्र वेदना हुयी| वह वेदना लगभग आधा मिनट तक थी| जिस प्रकार हेंड पम्प से बाहर पानी निकाला जाता है उसीतरह मानो कोई दर्द निकालकर शरीर से बाहर फेंक दिया गया हो, ऐसा प्रतीत हो रहा था| मेरी नींद खुल गयाी| मैं समझ गयी कि मेरी छाती में कुछ तो प्राब्लेम है| मैं फिर गहरी नींद में सो गयी|
उसी दरम्यान मेरे बच्चे जो अमेरिका में रहते है, छुट्टियों में भारत आए हुए थे। दूसरे दिन मैंने मेरी लड़की को रात में घटित सारी घटना बतायी।
- प्रिया साखरदांडे